इंदौर, राजेश जैन दद्दू- समाधिस्थ गणाचार्य विराग सागरजी द्वारा समाधि पूर्व दी गई अंतिम देशना अनुसार उन्होंने अपने शिष्य आचार्य विशुद्ध सागर जी महाराज को अपना उत्तराधिकारी घोषित करते हुए उन्हें पट्टाचार्य पद प्रदान किए जाने की जो घोषणा की थी उसे मूर्त रूप देने के लिए आगामी 27अप्रैल से 2 मई 20025 तक इंदौर के तीर्थ स्वरूप जिनालय सुमति धाम गोधा स्टेट में पट्टाचार्य पदारोहण महोत्सव होगा एवं 30 अप्रैल अक्षय तृतीया के दिन लगभग 400 से अधिक संत, साध्वियों के सानिध्य एवं महोत्सव में देश भर से आने वाले लाखों गुरु भक्तों की उपस्थिति में आचार्य विशुद्ध सागर जी महाराज को पट्टाचार्य पद से सुशोभित किया जाएगा।
महोत्सव की तैयारियों और उसकी रूपरेखा पर विस्तृत विचार विमर्श हेतु बुधवार को गुरु भक्त परिवार द्वारा मुनि श्री आदित्य सागर जी महाराज के सानिध्य में नगर के आमंत्रित सभी दिगंबर जैन मंदिरों के पदाधिकारी एवं समाज की वरिष्ठजनों की बैठक संपन्न हुई। बैठक में उपस्थित सर्वश्री, नरेंद्र वेद, राजकुमार पाटोदी कैलाश वेद, हंसमुख गांधी, आजाद जैन, डॉ जैनेंद्र जैन, टी के वेद, अशोक खासगिवाला प्रदीप बड़जात्या, डीके जैन, नकुल पाटोदी, जैनेश झांझरी, इंदर सेठी, राजेंद्र महावीर, अनिल गंगवाल उषा पाटनी, साधना दगडे आदि वक्ताओं ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सुमति धाम एवं गुरु भक्त परिवार के प्रमुख महादानी व निरभिमानी श्री मनीष सपना गोधा के सौजन्य और उनके पुण्य से इंदौर में होने जा रहा पट्टाचार्य पदारोहण महोत्सव इंदौर की जैन समाज के इतिहास में पहली बार अब तक का सबसे बड़ा ऐतिहासिक आयोजन होगा जिसे हम जैन धर्म और इंदौर की गरिमा के अनुरूप एकता, संयम और समर्पण से सफल बनाएंगे।
श्रुत संवेगी मुनिश्री आदित्य सागर जी महाराज ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि पट्टाचार्य महोत्सव पूरे इंदौर नगर की जैन समाज का है महोत्सव में सभी संघ एवं पथ के साधु आएंगे इसलिए आवश्यक है कि आप सब पंथवाद और संतवाद से मुक्त होकर णमो लोए सब्ब साहूणं को ध्यान में रखकर सभी संघ एवं पंथ के साधुओं की चर्या (आहार, निहार और बिहार) मैं बड चढ़कर सहभागिता निभाएं। आपनी सेवा का भाव जागृत करने और व्यवस्था में अव्यवस्था ना हो इस बात का ध्यान रखने की प्रेरणा देते हुए कहा कि महोत्सव आपकी एकता, समर्पण और प्रभावना से ही सफल होगा। इस अवसर पर सुमति धाम न्यासी सपना मनीष गोधा ने बैठक का संचालन करते हुए महोत्सव की रूपरेखा से सभी को अवगत किया और कहा कि 65 एकड़ भूमि पर महोत्सव के लिए सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
महोत्सव में अनेकों आचार्य, उपाध्याय, मुनि,आर्यिका माताजी आदि लगभग 400 से अधिक पिच्छियां एवं 200 से अधिक ब्रह्मचारी भाई, बहने उपस्थित रहेंगे। धर्म समाज प्रचारक राजेश जैन दद्दू ने बताया कि 27 अप्रैल रविवार को आचार्य विशुद्ध सागर जी सहित एक साथ सभी संघों के साधु साध्वियों का शोभा यात्रा के साथ सुमति धाम में मंगल प्रवेश होगा।
महोत्सव स्थल पर प्रवेश के लिए ऑनलाइन पंजीयन अनिवार्य किया गया है, बिना बारकोड स्कैनिंग प्रवेश नहीं होगा। महोत्सव के दौरान आचार्य विशुद्ध सागर जी द्वारा कुछ जैनेश्वरी दीक्षाएं भी प्रदान की जाएंगी एवं 2 मई को समाधिस्थ गणाचार्य विराग सागर जी की 61वीं जन्म जयंती भी मनाई जाएगी। आभार मनीष गोधा एवं ब्रह्मचारी पियूष भैया ने माना।